My favorite, Premchand.
वर्षों से जो समाज, दबा कुचला था, उसके उत्थान का बीड़ा उठा लिया, वर्षों से जो समाज, दबा कुचला था, उसके उत्थान का बीड़ा उठा लिया,
काश के फिर से बस जाती, वो ज़िंदगी की हंसी शाम। ज़िंदगी का जब हर पल, गुज़ारा मैने त काश के फिर से बस जाती, वो ज़िंदगी की हंसी शाम। ज़िंदगी का जब हर पल, ग...
हे प्राणियों में श्रेष्ठ मानव ! धीर - वीर, तू क्यों डर रहा है। हे प्राणियों में श्रेष्ठ मानव ! धीर - वीर, तू क्यों डर रहा है।
मेरे मन में लगी, इश्क़ की चिंगारी, तेरे मन में आग लगा दे।। मेरे मन में लगी, इश्क़ की चिंगारी, तेरे मन में आग लगा दे।।
याद तेरी, रातों के ख्वाब बनाकर, आती है मुझे खुशबू, गुलाब बनकर। याद तेरी, रातों के ख्वाब बनाकर, आती है मुझे खुशबू, गुलाब बनकर।
बेवजह, रात भर के लिए जगाने मुझे।। बेवजह, रात भर के लिए जगाने मुझे।।
पाप ही जीवन कलयुग का, और पाप ही है आधार ।। पाप ही जीवन कलयुग का, और पाप ही है आधार ।।
सफलता कदम चूमेगी, ईश्वर तुझे थाम लेगा। सफलता कदम चूमेगी, ईश्वर तुझे थाम लेगा।
कहीं, किसी ने, किसी को खोया, सब कुछ जानकर भी कोई, रहा सोया कहीं, किसी ने, किसी को खोया, सब कुछ जानकर भी कोई, रहा सोया
मेरे दिल पर क्या बीती, कभी ना जानी हो। मेरे दिल पर क्या बीती, कभी ना जानी हो।