Poetry writer
बरसे नभ से जल पावन सा , खिलते मन प्रेम सुहावन में । महके रज सन्दल बारिश में , अहसास नए जगते मन में ।... बरसे नभ से जल पावन सा , खिलते मन प्रेम सुहावन में । महके रज सन्दल बारिश में , अह...
मेरे हमसफ़र हमदर्द तुम मेरी रुह में बसे हुए हो मेरे हमसफ़र हमदर्द तुम मेरी रुह में बसे हुए हो
सबसे अच्छी सबसे न्यारी नानी माँ प्यारी सी हमारी.. सबसे अच्छी सबसे न्यारी नानी माँ प्यारी सी हमारी..
जीवन सदा निशा छनती चाँदनी रहे कोई घुली मिली मृदु सी चाशनी रहे.. जीवन सदा निशा छनती चाँदनी रहे कोई घुली मिली मृदु सी चाशनी रहे..
बेटी नहीं पराया धन है सबको यह समझाना है. बेटी नहीं पराया धन है सबको यह समझाना है.
वह सुबह कब आएगी जो संघर्षों का सुभोर होगी। वह सुबह कब आएगी जो संघर्षों का सुभोर होगी।
कुल्हाड़ी से वार न करो देखो मुझपे प्रहार न करो. कुल्हाड़ी से वार न करो देखो मुझपे प्रहार न करो.
जिसने जैसे भी चाहा ढाला उसे सभी की ही उस पर मनमानी रही. जिसने जैसे भी चाहा ढाला उसे सभी की ही उस पर मनमानी रही.
मंजिल मिलते ही बदले शिखरों पर बनते अपने। मंजिल मिलते ही बदले शिखरों पर बनते अपने।