None Writer and poet
बेदाग बे उम्मीद, गंगा के आंचल सा मेला न हो जाए...! बेदाग बे उम्मीद, गंगा के आंचल सा मेला न हो जाए...!
बस तेरा नाम है मेरी ज़िन्दगी का आख़िरी सफ़ा लिखकर मेरी दास्तां को मैं क़लम को छोड़ दूंगा मैं। बस तेरा नाम है मेरी ज़िन्दगी का आख़िरी सफ़ा लिखकर मेरी दास्तां को मैं क़लम को...
हरा रंग हरियाली लिए सम्पूर्ण भारत के अन्न का प्रतीक। हरा रंग हरियाली लिए सम्पूर्ण भारत के अन्न का प्रतीक।
धरा भी नहीं फटती अब सीता को समाने के लिए धरा भी नहीं फटती अब सीता को समाने के लिए
तुम्हारे दिल के अरमान भी उड़ान की सोचते होंगे तुम्हारे दिल के अरमान भी उड़ान की सोचते होंगे
अकेला तो न आया था जहां में कुछ तो लाया था मैं अकेला तो न आया था जहां में कुछ तो लाया था मैं
तुमको भूल न पाएंगे किस कदर प्यार है क्या कहें! तुमको भूल न पाएंगे किस कदर प्यार है क्या कहें!
उन आने वाले शत्रुओं को बस एक बार पुराना इतिहास पढ़ा दिजिए।। उन आने वाले शत्रुओं को बस एक बार पुराना इतिहास पढ़ा दिजिए।।
दिन के उजाले में भी दिल में घोर अंधेरा लिए उजाला ढूंढते है दिन के उजाले में भी दिल में घोर अंधेरा लिए उजाला ढूंढते है
आख़िरी उड़ान तक साथ होते तो, कुछ और बात होती आख़िरी उड़ान तक साथ होते तो, कुछ और बात होती