"दर्पणों में ढूंढता, खुद को नहीं मैं, बन सकूं मैं एक दर्पण, बस यही कोशिश मेरी" हिंदी लेखन में रुचि !!
अब उसकी बारी है....मुखिया बनने की, और उस पर बारिश की पूरी नज़र है। अब उसकी बारी है....मुखिया बनने की, और उस पर बारिश की पूरी नज़र है।
"मैं चींटा ही तो हूं, उस कागज़ की नाव में; जो पुनः पुनः अपना रूप बदलती रहती है। "मैं चींटा ही तो हूं, उस कागज़ की नाव में; जो पुनः पुनः अपना रूप बदलती रहती है।
नरेंद्र समझ चुका था कि ये सब “ब्लडी मैरी” नामक खेल की वजह से ही हुआ था! नरेंद्र समझ चुका था कि ये सब “ब्लडी मैरी” नामक खेल की वजह से ही हुआ था!
" राम " के अर्थ सरल - गूढ़, इन सीमाओं में नहीं बंधे हैं। " राम " के अर्थ सरल - गूढ़, इन सीमाओं में नहीं बंधे हैं।
मन में नकारात्मकता श्लेष मात्र न थी, किंतु स्वयं को अतीव कृपापात्र मानने का भ्रम कम हो रहा मन में नकारात्मकता श्लेष मात्र न थी, किंतु स्वयं को अतीव कृपापात्र मानने का भ्रम...
‘मन’, ‘आनंद’ भी है, और ‘आनंद’ के अनुभव का माध्यम भी!! ‘मन’, ‘आनंद’ भी है, और ‘आनंद’ के अनुभव का माध्यम भी!!
"बच्चे को ढाढस बंधाना अधिक आवश्यक था" "बच्चे को ढाढस बंधाना अधिक आवश्यक था"
आकाश की ओर देखते हुए बार बार दोनों हाथ जोड़े वह मन ही मन जप रहा था, आकाश की ओर देखते हुए बार बार दोनों हाथ जोड़े वह मन ही मन जप रहा था,
देवतागणों को अपयश से बचाने हेतु भी यही तो प्रेरणास्रोत हैं हमारे समाज में ! देवतागणों को अपयश से बचाने हेतु भी यही तो प्रेरणास्रोत हैं हमारे समाज में !
बड़ा सा बरामदा, संयुक्त रसोई का वह मिट्टी का खूबसूरत चूल्हा ! बड़ा सा बरामदा, संयुक्त रसोई का वह मिट्टी का खूबसूरत चूल्हा !