कवयित्री , कहानीकार , मोटिवेटर स्पीकर
मोती मानस चून न निपजा कहां रहीम का पानी। मोती मानस चून न निपजा कहां रहीम का पानी।
आशा की किरणें देहरी पर सपनों का सौदा करती है आशा की किरणें देहरी पर सपनों का सौदा करती है
धरा-गगन का भेद मिटा है चांद छुपा बादल की छांव धरा-गगन का भेद मिटा है चांद छुपा बादल की छांव
पुस्तकों के पन्ने पलटते हुए अपने आप उतरने लगती शांति। पुस्तकों के पन्ने पलटते हुए अपने आप उतरने लगती शांति।
चल बैठें पल दो पल कोई ग़ज़ल सुना, जीवन हुआ पजल, कोई ग़ज़ल सुना। चल बैठें पल दो पल कोई ग़ज़ल सुना, जीवन हुआ पजल, कोई ग़ज़ल सुना।
टूट गये सपनों को फिर से संभाला जाये चलो फिर से एक चिट्ठी लिखी जाये। टूट गये सपनों को फिर से संभाला जाये चलो फिर से एक चिट्ठी लिखी जाये।
हर वो शख्स फरिश्ता हो सकता है जो जानता देना.... कभी कंधा। हर वो शख्स फरिश्ता हो सकता है जो जानता देना.... कभी कंधा।
माटी जब मटका बने, कीमत करते लोग। माटी जब मटका बने, कीमत करते लोग।
तुमको पास बुलाती आंखें, ख्वाबों को दुलराती आंखें। तुमको पास बुलाती आंखें, ख्वाबों को दुलराती आंखें।
चाहे जितनी दूरी रख लो, जी न सकोगे यार भुलाकर। चाहे जितनी दूरी रख लो, जी न सकोगे यार भुलाकर।