I am a teacher and love to write poems.
कैसे जाऊँ गहन कानन में मानव में उन को नष्ट किया वनराजा कहते थे मुझ को राज्य छीन मुझे कैसे जाऊँ गहन कानन में मानव में उन को नष्ट किया वनराजा कहते थे मुझ को र...
कलकल बहती धार नदी की मिश्री कानों में घोल रही। पर्वतों की खूबसूरती सबके सर चढ़कर बोल रही। आंख खु... कलकल बहती धार नदी की मिश्री कानों में घोल रही। पर्वतों की खूबसूरती सबके सर चढ...
फिर प्रिय गणतंत्र मना लो मन फिर गणतंत्र मना लो। फिर प्रिय गणतंत्र मना लो मन फिर गणतंत्र मना लो।
जननी बनकर जग जना, पर मान नहीं वो पाती है। बना बेचारी बेड़ियों में, सदा से जकड़ी जाती जननी बनकर जग जना, पर मान नहीं वो पाती है। बना बेचारी बेड़ियों में, सदा ...
इनके कारण वर्षा होती, मन बात समझ वो जाए। इनके कारण वर्षा होती, मन बात समझ वो जाए।
आ मेरी नन्ही परी तुझे, बगिया की सैर कराऊं। आ मेरी नन्ही परी तुझे, बगिया की सैर कराऊं।
मैं मार्ग से हट जाऊँगा मैं मार्ग से हट जाऊँगा
जाते जाते पूछ रहा यह वर्ष कई सवाल। जाते जाते पूछ रहा यह वर्ष कई सवाल।
शब्दों के इस चक्रव्यूह से खुद को तुमने जो बचा लिया समझो पाई जय जग में तुमने मन अपना नाम कमा... शब्दों के इस चक्रव्यूह से खुद को तुमने जो बचा लिया समझो पाई जय जग में तुमन...
फिर सजा लो मन स्वप्न नये कर लो स्वागत की तैयारी। फिर सजा लो मन स्वप्न नये कर लो स्वागत की तैयारी।