मैं एक शिक्षक हूँ , अपनी पहचान तलाश रही हूँ , अंदर कुछ सुलग रहा है, उसे बुझा रही हूँ मैं l
हां वह कॉफी ही तो थी ... जिसके सहारे हमने गुजारी थी कितनी शामें। हां वह कॉफी ही तो थी ... जिसके सहारे हमने गुजारी थी कितनी शामें।
मैं अपनी जुल्फें छोड़, तेरी जुल्फ़ों को संवारुँ। मैं अपनी जुल्फें छोड़, तेरी जुल्फ़ों को संवारुँ।
अजीब कशमकश है कि लापता भी हुए तो कहाँ हुए। अजीब कशमकश है कि लापता भी हुए तो कहाँ हुए।
किरदार तो बस तू ही था, बस फ़साने बदलते रहे। किरदार तो बस तू ही था, बस फ़साने बदलते रहे।
तुम्हारी "मैं" की भाषा में ही बतादूँ तुम्हें क्या हूँ "मैं। तुम्हारी "मैं" की भाषा में ही बतादूँ तुम्हें क्या हूँ "मैं।
जिस्म तो मिलता है पर लम्हों की गरमाहट फ़ना होती है जिस्म तो मिलता है पर लम्हों की गरमाहट फ़ना होती है
रिश्ते से पहले तो शोर कितना पसंद था तुम्हें रिश्ते से पहले तो शोर कितना पसंद था तुम्हें
आगे बढ़ते हुए कदमों का सफ़र शायद.. शायद नहीं.... आगे बढ़ते हुए कदमों का सफ़र शायद.. शायद नहीं....
जीवन के दो हाशिए पर खड़े हुए हम, ये कठिन जुगलबंदी ही,एक आस थी l जीवन के दो हाशिए पर खड़े हुए हम, ये कठिन जुगलबंदी ही,एक आस थी l
माना कि मुझे तुमसे प्यार नहीं है, क्योंकि मुझे प्यार पर एतबार नहीं है। माना कि मुझे तुमसे प्यार नहीं है, क्योंकि मुझे प्यार पर एतबार नहीं है।