Teacher and philosopher
कभी जो उदास हो जिंदगी को सोचता हूं, टूटते तारे सी अजीब सी रोशनी होती है। कभी जो उदास हो जिंदगी को सोचता हूं, टूटते तारे सी अजीब सी रोशनी होती है।
ये तेरी जो बुद्धि है, तू कर यकीन उस माली पर, जिसने सींचा निःस्वार्थ भाव, ये तेरी जो बुद्धि है, तू कर यकीन उस माली पर, जिसने सींचा निःस्वार्थ भाव,
हर चीज मुक्कमल है तेरे आरजू के इन्तहा पर। हर चीज मुक्कमल है तेरे आरजू के इन्तहा पर।
अब संगठन के गठन की तैयारी होने लगी। अब संगठन के गठन की तैयारी होने लगी।
तुम धूमकेतु से लगते हो, पीड़ित मन की अभिलाषा तुम। तुम धूमकेतु से लगते हो, पीड़ित मन की अभिलाषा तुम।
क्यों करते गोवर्धन पूजा, राज उन्हें बतलाना। क्यों करते गोवर्धन पूजा, राज उन्हें बतलाना।
उठना और गिरना लगा है जिन्दगी की रेस में। उठना और गिरना लगा है जिन्दगी की रेस में।
ये जीवन भी इसी तरह का मेला है, कभी बिछुड़न ,कभी मिलन की बेला है। ये जीवन भी इसी तरह का मेला है, कभी बिछुड़न ,कभी मिलन की बेला है।
है चाह ,ध्येयपथ खुले हृदय से, सबके हित मे उत्कंठित। है चाह ,ध्येयपथ खुले हृदय से, सबके हित मे उत्कंठित।
उम्र गुजर गया यूं ही आहिस्ता- आहिस्ता, उस वक़्त नहीं था था मेरे पास कोई और रास्ता। उम्र गुजर गया यूं ही आहिस्ता- आहिस्ता, उस वक़्त नहीं था था मेरे पास कोई और रा...