Blogger and Author. Books published 'It's got to be Love' & 'Seven'
कुछ लिखना चाहता था फिर से आज मैं तेरे लिए! कुछ लिखना चाहता था फिर से आज मैं तेरे लिए!
शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां दे दो। शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां...
वो सहमी सी हंसी और आंखों में नमी शायद तुम नाराज़ थी किसी बात पर! वो सहमी सी हंसी और आंखों में नमी शायद तुम नाराज़ थी किसी बात पर!
ख्वाहिशें होती, इबादत होती..जिंदगी होती। ख्वाहिशें होती, इबादत होती..जिंदगी होती।
काश! ऐसा हो पाता वो पहले जैसी तुम हो जाती और मैं पहले सा हो पाता! काश! ऐसा हो पाता वो पहले जैसी तुम हो जाती और मैं पहले सा हो पाता!
यारों का साथ था अपनों की सौगात थी हाथों में हाथ था और लबों पे मुस्कान थी यारों का साथ था अपनों की सौगात थी हाथों में हाथ था और लबों पे मुस्कान थी
जरूरी इस समय बस इतनी सी बात है यह धरती हम सभी को है संभालनी जरूरी इस समय बस इतनी सी बात है यह धरती हम सभी को है संभालनी
कि हर देह को दो गज जमीन ही चाहिए मरने के बाद। कि हर देह को दो गज जमीन ही चाहिए मरने के बाद।
ठान ले जो एक बार तो हर चुनौती छोटी है पड़ जाती ठान ले जो एक बार तो हर चुनौती छोटी है पड़ जाती
क्योंकि कल फिर से बहुत है काम जो अभी बाकी है। क्योंकि कल फिर से बहुत है काम जो अभी बाकी है।