शौकीन शायर।।।
मैं सारी रात सपनो के मंदिर में बैठी रहती हूं, एक शख्स को खुद का खुदा करके। मैं सारी रात सपनो के मंदिर में बैठी रहती हूं, एक शख्स को खुद का खुदा करके।
और ये दुनिया जो कहती है सबर रख वक्त हाथों में आने तो दे, मैं घड़ियों में चाबी ना भरती और ये दुनिया जो कहती है सबर रख वक्त हाथों में आने तो दे, मैं घड़ियों में चाब...
ये मेरा वक्त है जो वो मुझे ही नहीं देता, ये मेरा वक्त है जो वो मुझे ही नहीं देता,
हर एक रात तकिए के नीचे फोन दबा के सो जाना। हर एक रात तकिए के नीचे फोन दबा के सो जाना।
वही तेरी यादें वही तेरी बातें कैसे कह दूं कि मेरा साल बदलेगा। वही तेरी यादें वही तेरी बातें कैसे कह दूं कि मेरा साल बदलेगा।
जाते जाते वो सब ले गया,अपनी गज़ले भी,मेरी शायरी भी। जाते जाते वो सब ले गया,अपनी गज़ले भी,मेरी शायरी भी।
मेरे साथ चलता है किसी और के निशां ढूंढता है। मेरे साथ चलता है किसी और के निशां ढूंढता है।
ना जाने हमारे बीच क्या है, पर बढ़ रहा है खुमार,, आहिस्ता- आहिस्ता! ना जाने हमारे बीच क्या है, पर बढ़ रहा है खुमार,, आहिस्ता- आहिस्ता!
पर उस महफिल से कैसे दूर जाऊं जिस महफिल में मेरा यार आए।। पर उस महफिल से कैसे दूर जाऊं जिस महफिल में मेरा यार आए।।
अमीरी गरीबी की सीमा भूलकर, इंसानियत अपनाते हैं, अमीरी गरीबी की सीमा भूलकर, इंसानियत अपनाते हैं,