लेखक कवि कलाकार और सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता
रीजनल पार्क में बैठे बैठे , खोए खोए हमने देखा रीजनल पार्क में बैठे बैठे , खोए खोए हमने देखा
मुझसे कहते धनुष उठाओ ,हो नरभक्षी शस्त्र चलाओ l मुझसे कहते धनुष उठाओ ,हो नरभक्षी शस्त्र चलाओ l
रुक- रुक करके सांसे गिनना , प्यारा था वो दिल का मिलना l रुक- रुक करके सांसे गिनना , प्यारा था वो दिल का मिलना l
चल बता क्या ये थी तेरी मानवता क्या कभी सोचा तुमने ? चल बता क्या ये थी तेरी मानवता क्या कभी सोचा तुमने ?
तुमने मशहूर दामन ये मेरा किया , छिप गए छोड़ कर जाने किस ओट पर , तुमने मशहूर दामन ये मेरा किया , छिप गए छोड़ कर जाने किस ओट पर ,
हम उनका सोचा करते थे , दिल से निभाया करते थे l हम उनका सोचा करते थे , दिल से निभाया करते थे l
रिमझिम रिमझिम सा बरसा है l घायल मन कुछ तो बोला है l रिमझिम रिमझिम सा बरसा है l घायल मन कुछ तो बोला है l
कुछ घाव बढ़ाने वाले थे, कुछ दर्द मिटाने वाले थे। मन से मन मिलते देखे, देखे जो सपन निरा कुछ घाव बढ़ाने वाले थे, कुछ दर्द मिटाने वाले थे। मन से मन मिलते देखे, देखे जो...
न आशा उनको पाने की, वो मेरे हो ये चाह न थी ! न आशा उनको पाने की, वो मेरे हो ये चाह न थी !
हाय ! ये आंँसू छलक पडेगे, हमको जीना आ जाये तो। हाय ! ये आंँसू छलक पडेगे, हमको जीना आ जाये तो।