मैं इक कलम सा प्रेमी हूँ, इश्क कागज़ से करता हूँ।। 🖋️AमN❣️
है माटी का मकां मेरा, मैं छत बनाना भूल जाता हूँ। है माटी का मकां मेरा, मैं छत बनाना भूल जाता हूँ।
कुछ लोगों को नहीं पता शायद , बड़ा आसान होता है यार एक लड़की होना।। कुछ लोगों को नहीं पता शायद , बड़ा आसान होता है यार एक लड़की होना।।
इस गुजरते साल से , देखो ! हमने कितना कुछ सीख लिया। इस गुजरते साल से , देखो ! हमने कितना कुछ सीख लिया।
मैं तुम्हें बनाता हूँ ? या तुम मुझे बनाते हो ? मैं तुम्हें बनाता हूँ ? या तुम मुझे बनाते हो ?
यकीन मानिए, बगैर उसके ये जहां अधूरा है। यकीन मानिए, बगैर उसके ये जहां अधूरा है।
पर उसे हाथ देगा कौन? पर उसे हाथ देगा कौन?
पड़ी है जेब मे रंगों की पुड़िया, जो मैंने आज खोली नहीं। पड़ी है जेब मे रंगों की पुड़िया, जो मैंने आज खोली नहीं।
बड़ा नीरस सा लगता है जमाना, थोड़ा प्रेम रस उन्हें भी पिला आऊँ। बड़ा नीरस सा लगता है जमाना, थोड़ा प्रेम रस उन्हें भी पिला आऊँ।
तलब चाय की मुझे लगी थी, और रसोई में चाय बनाते तुझे देखा है मैंने। तलब चाय की मुझे लगी थी, और रसोई में चाय बनाते तुझे देखा है मैंने।
गर करो महसूस इन्हें, हाँ थोड़ा भावुक भी बना देती है। गर करो महसूस इन्हें, हाँ थोड़ा भावुक भी बना देती है।