गुज़रा हुआ अतीत
गुज़रा हुआ अतीत
एक दिन यूँ ही बैठे बैठे मैरी फेसबुक देख रही थी, की उसे एक फ्रेंड रिक्वेस्ट दिखी, देखा तो ये क्या वो तो अभी की रिकवेस्ट थी अभी उसका क्लासमेट था, हाथ कन्फर्म करने जाते उससे पहले ही वो अपने अतीत की गलियों में खो गई। अभिषेक था उसका पूरा नाम, बहुत ही हैंडसम था वो पूरी क्लास में आधी से ज्यादा लड़कियाँ मरती थी उसपे, पर वो था कि उसे किसी से कुछ भी लेना देना नहीं था वो बस अपनी स्टडी में फोकस था उसे कुछ बनना जो था।
सब की तरह मैरी भी उसे पसंद करती थी, और उसके पास जाने का और उससे बात करने का एक भी मौका नहीं छोड़ती थी। मैरी ने कई बार नोटिस किया कि अभी भी शायद उसे पसंद करता है। पर वो पूछे भी तो कैसे कहीं उसने मना कर दिया तो, अभी तो वो मैरी से बात भी करता है अगर मैरी ने उसे प्रोपोज़ किया तो शायद वो बात भी ना करे। इसी डर से मैरी ने कभी कुछ नहीं कहा।
इसी तरह 6 साल बीत गए। और वो दोनों स्कूल के बाद अलग अलग हो गए फिर मैरी कभी उससे मिल नहीं पाई , उसे तो पता भी नहीं था कि अब अभिषेक कहाँ है और वो उसे पसंद भी करता है कि नहीं। पढ़ाई पूरी होने के बाद मैरी की शादी हो गई देव से, देव बहुत ही सुलझा हुआ इंसान था। मैरी भी खुश थी उसके साथ पर मन में कभी कभी टिस उठती काश उसने अपने मन की बात अभिषेक को बताई होती।
डोर बेल बजी तो अतीत से लौटी मैरी, गेट खोला तो मेड थी। मेड को काम समझा के नहाने गई, लेकिन उसकी गाड़ी तो अभी भी अतित में ही रुकी हुई थी। एक के बाद एक स्कूल की बातें उसे अब याद आने लगी थी। जल्दी से नहा के उसने अभिषेक की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की। कुछ ही देर बाद उसने देखा अभिषेक का मेसेज था, अभिषेक का कुछ ही दिन पहले मैरी के शहर में ट्रांसफर हुआ था, तो वो मैरी से मिलने की सोच रहा था, मैरी ने भी रिप्लाई दे दिया की आज वो मिल सकते है इवनिंग में, एक अच्छे से रेस्ट्रॉन्ट का नाम भी बता दिया था उसने। 4 बजे की मीटिंग फिक्स हुई।
मैरी तो बस पागल हुए जा रही थी, उससे मिलने के लिए आखिर उसका पहला प्यार जो था अभिषेक। उसने मस्त सा ड्रेस निकाला, हल्का सा मेकअप किया, बाल खुले छोड़े, हाई हील पहनी वो बस खुद ही अब खुद पे फिदा हुए जा रही थी। 3 बजे वो घर से निकल गई इतने दिनों के बाद मिल रही थी वो अभिषेक से लेट नहीं होना चाहती थी।
टाइम से पहुँच गई वो, वेट करने लगी अभिषेक का लेकिन वो कुछ लेट हो गया , ट्रैफिक की वजह से। मैरी बस उसे देखते ही रह गई ये क्या वो तो बिल्कुल भी नहीं बदला, पहले की तरह अब भी इतना ही हैंडसम है। वो तो अब कितनी मोटी हो गई है। औपचारिक बातें स्टार्ट हुई, दोनो ने एक दूसरे के बारे में पूछा । बातों बातों में मैरी को पता चला कि अभिषेक ने भी शादी कर ली है और उसकी एक बेटी भी है। वो अपनी वाइफ से बहुत प्यार करता है हर बात बस उसी से शुरू और उसी पे खत्म होती है। मैरी सोच में पड़ गई वो तो खामखा अभी भी अतित से जुड़ी हुई है, जबकि शायद अभिषेक ने कभी उसे चाहा भी नहीं। वो तो बस यूँही अपने पति को पूरी तरह अपना नहीं पाई थी। अब उससे वहां बैठा नहीं जा रहा था, वो बस घर जा कर अपने पति और बेटे से मिलना चाहती थी। उसे लग रहा था वो यूँही अभी भी अपने अतित को सहेजे हुए है जबकि ऐसा कुछ था ही नहीं अभिषेक के साइड से। उसने फैसला किया कि अब वो अपने अतीत के उस यूज़ लेस से पन्ने को फाड़ देगी, जिसे उसने अब तक अपने जीवन में जगह दी थी।