मेरी खुदसे मुलाकात थी,उनसे मुलाकात के बाद.............
मेरी खुदसे मुलाकात थी,उनसे मुलाकात के बाद.............
मेरी खुदसे मुलाकात थी,उनसे मुलाकात के बाद.............
एक टूटती ख्वाहीश थी,चंद लम्हों के झूठे जज़्बात के बाद.......
मैं अकेला ही चलता रहा,हर एक गलत राह के बाद,
सँभलता रहा,लड़खड़ाता रहा,हर एक ठोकर के बाद,
दर्पण को तोड़कर चेहरे को छुपाता रहा,उनके एक नजरियें के बाद,
मेरी खुदसे मुलाकात थी,उनसे मुलाकात के बाद.............
आँखो को नम रखते रहें,हर बार उनके सूख जाने के बाद,
जिंदा रखने की कीमत चुकाते रहें,हर आखरी साँसों के बाद,
इंतजार की कसक फिर भी बाकी रही,
उनके पैरों के आखरी निशान के मिट जाने के बाद,
मैं रोकता रहा,वो जाता रहा,
वो दूर तक मेरी सिसकीयों का जाकर लौट आने के बाद,
मेरी खुदसे मुलाकात थी,उनसे मुलाकात के बाद.............
""सना ""