Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Arun Pradeep

Others

3  

Arun Pradeep

Others

दुःख !

दुःख !

1 min
13.1K


मेरे पास क्यूँ नहीं आता ?

शायद तू मुझे भी

दूसरों जैसा समझता है ,

 

तू किसी को नहीं भाता

ये मुझे  है पता .

पर मैं तो तुझे स्वयं

दे रहा हूँ निमंत्रण ,

मुझे पता है

रहीम ने भी किया था तेरा वंदन !

पढ़ कर ये निवेदन

शायद और भी

आने लगें तुझे आमंत्रण !

तेरे आने से मेरा यह

अवश्य हल्का हो जाऐगा ,

टन भर का तन

गालों पर चढ़े गाल

 

जब थोड़ा होंगे  कम,

तभी खुल पाऐंगे

मेरे मूँदे नयन !

 

और यह छप्पन इंची

कमर हो जाऐगी थोड़ी कम

लगने लगेंगे तब

सस्ते - छोटे कमरबंद !

क्या तुझे पता है

वज़न घटाने की दुकानों में

कितनी है महँगाई !

इसीलिऐ कहता हूँ -

ऐ दुःख तू

मेरे पास आजा भाई !

तेरे आने से शायद

मेरी इंसानियत जाग जाऐगी ,

सच्चे मित्रों से

परिचय कराऐगी !

मुझे यक़ीं है मेरी आँखों में

और बढ़ेगा तेरा सम्मान ,

बस देर न कर अब

आजा तू बन मेरा मेहमान !! 

 


Rate this content
Log in