आख़िरकार “शमा” से मेरी सगाई पक्की हो गयी । “शमा” ….एक मानसिक डॉक्टर थी। आख़िरकार “शमा” से मेरी सगाई पक्की हो गयी । “शमा” ….एक मानसिक डॉक्टर थी।
कभी कभी उसे दौरे आते हैं वो गेट पे खड़ी हो मयंक का इंतज़ार करती हैं। कभी कभी उसे दौरे आते हैं वो गेट पे खड़ी हो मयंक का इंतज़ार करती हैं।
थोड़ा रुक कर उनकी आँखों मे झांकती हुई बोली, “क्या आप मेरे दोस्त बनोगे ?”, थोड़ा रुक कर उनकी आँखों मे झांकती हुई बोली, “क्या आप मेरे दोस्त बनोगे ?”,
वह मुकेश के गालों में चुबंन की झड़ी लगाते हुए बोली। वह मुकेश के गालों में चुबंन की झड़ी लगाते हुए बोली।
सुहागरात की रात को ही अमित को कुछ कुछ समझ में आने लगा था। सुहागरात की रात को ही अमित को कुछ कुछ समझ में आने लगा था।
नीद न आयी आँखों में! अगली सुबह रजत बोले, "मेरा जीवन आपके साथ नही मैं चाहता हूँ... तुम मेरे भाई के सा... नीद न आयी आँखों में! अगली सुबह रजत बोले, "मेरा जीवन आपके साथ नही मैं चाहता हूँ.....