वह मुकेश के गालों में चुबंन की झड़ी लगाते हुए बोली। वह मुकेश के गालों में चुबंन की झड़ी लगाते हुए बोली।
उसने मन में सोचा, अब गई दोपहर की झपकी भी। उसने मन में सोचा, अब गई दोपहर की झपकी भी।