अपने गांव, गांव के नीम के पेड़ और चाँद को केंद्र में रखकर एक व्यक्ति अपने जीवन के संस्मरण सुनाता हुआ अपने गांव, गांव के नीम के पेड़ और चाँद को केंद्र में रखकर एक व्यक्ति अपने जीवन के...
वह मारा गया और जिस पर इनका जाल चल गया वह किधर का भी नहीं रहा। वह मारा गया और जिस पर इनका जाल चल गया वह किधर का भी नहीं रहा।
उसके नाक पोछने की आवाज़ सन्नाटे को रह-रह कर चीर रही थी। उसके नाक पोछने की आवाज़ सन्नाटे को रह-रह कर चीर रही थी।
यह सुनकर घर में आया नन्हा पौधा मुस्कुराने लगा। यह सुनकर घर में आया नन्हा पौधा मुस्कुराने लगा।
हवा, पानी का प्रदूषण इतना किया है इंसान ने की क्या कहे... हवा, पानी का प्रदूषण इतना किया है इंसान ने की क्या कहे...