नीरज ने चुपचाप रसोई में जाकर अम्मा, बाबूजी, राजी और खुद के लिये गैस पर चार कप चाय चढ़ा दी। नीरज ने चुपचाप रसोई में जाकर अम्मा, बाबूजी, राजी और खुद के लिये गैस पर चार कप चा...
अपने हौसलों से तय किया जिसमें उसके पापा उसके हमसफर बने। अपने हौसलों से तय किया जिसमें उसके पापा उसके हमसफर बने।
शर्ट की गंध को सूँघ कर शायद मैं उसकी कमी को पूरा कर रही थी।शर्ट में बसी उसकी गंध को जैसे मैं अपने दि... शर्ट की गंध को सूँघ कर शायद मैं उसकी कमी को पूरा कर रही थी।शर्ट में बसी उसकी गंध...
अब दिखा भी दो चाचा वहां काउंटर पर पेमेंट कर दो अरे बिना देखे ही अब दिखा भी दो चाचा वहां काउंटर पर पेमेंट कर दो अरे बिना देखे ही
मेरे उपन्यास का युवा नायक- नीलांबर ! मेरे उपन्यास का युवा नायक- नीलांबर !
मेरे साथ होता है ये, अपशगुन होता है तो मेरे काम नहीं बनते। मेरे साथ होता है ये, अपशगुन होता है तो मेरे काम नहीं बनते।