वर्तमान समाज की कटु सत्यता बयान करती कथा, जिसमे हम मनुष्य को नीचा दिखाने के लिए कुछ भी कड़वा कह जाते ... वर्तमान समाज की कटु सत्यता बयान करती कथा, जिसमे हम मनुष्य को नीचा दिखाने के लिए ...
अधिकाधिक प्रयोग कर अपने ही बान्धवों को क्या उनकी खुशियों से महरूम नहीं कर दिया है। अधिकाधिक प्रयोग कर अपने ही बान्धवों को क्या उनकी खुशियों से महरूम नहीं कर दिया ...
गरीब को चार पैसा ज्यादा भी देने से उनकी मेहनत का ही देने का, मन में संतोष होगा। गरीब को चार पैसा ज्यादा भी देने से उनकी मेहनत का ही देने का, मन में संतोष होगा।
साहब मैं अंबानी बनने के लिए नहीं, पेट भरने के लिए बेच रहा हूं साहब मैं अंबानी बनने के लिए नहीं, पेट भरने के लिए बेच रहा हूं