राम बाबू ने गहरे आत्मसंतोष के सााथ जानकी को कहा। राम बाबू ने गहरे आत्मसंतोष के सााथ जानकी को कहा।
उन्हें लगता कि बहू बेटे ने अपने स्वार्थवश अपने बच्चों व घर की देखभाल के लिये वहाँ रखा! उन्हें लगता कि बहू बेटे ने अपने स्वार्थवश अपने बच्चों व घर की देखभाल के लिये वहा...
इस चिट्ठी को पढ़कर बरसों के बाद अंजू के होठों पर सच्ची मुस्कुराहट आयी थी इस चिट्ठी को पढ़कर बरसों के बाद अंजू के होठों पर सच्ची मुस्कुराहट आयी थी
आप एसडीएम हैं,जानमाल की क्षति न हो , इसका अधिक ख्याल रखना है आपको । ” आप एसडीएम हैं,जानमाल की क्षति न हो , इसका अधिक ख्याल रखना है आपको । ”
क्यूँ ना हम यहाँ से माँ बाप को एडाप्ट करें क्यूँ ना हम यहाँ से माँ बाप को एडाप्ट करें
"माँ----" संदीप ने उसे कसकर अपने बाहुपाश में बांध लिया। "माँ----" संदीप ने उसे कसकर अपने बाहुपाश में बांध लिया।