बेटा जॉन फ़ोन करता ज़रूर था, मगर वो किसी एक लड़की के ही संपर्क में नहीं था। बेटा जॉन फ़ोन करता ज़रूर था, मगर वो किसी एक लड़की के ही संपर्क में नहीं था।
आपने सोचा है इतने ख़तरों के बावजूद वो सिर्फ उपेक्षा और शोषण का ही शिकार होता है आपने सोचा है इतने ख़तरों के बावजूद वो सिर्फ उपेक्षा और शोषण का ही शिकार होता है
"साहब के बच्चे, यह कोई वक्त है सब्ज़ी बेचने का?" मैंने उसे डांटते हुए कहा। "गरीबन का भी कोई टाइम होत ... "साहब के बच्चे, यह कोई वक्त है सब्ज़ी बेचने का?" मैंने उसे डांटते हुए कहा। "गरीबन...
गरीब को चार पैसा ज्यादा भी देने से उनकी मेहनत का ही देने का, मन में संतोष होगा। गरीब को चार पैसा ज्यादा भी देने से उनकी मेहनत का ही देने का, मन में संतोष होगा।