क्या उसे कुछ मिलेगा किसी को मारने जितना बड़ा अपराध करके? क्या उसे कुछ मिलेगा किसी को मारने जितना बड़ा अपराध करके?
लेकिन NGO के लोगो के आश्वासन देने पर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। लेकिन NGO के लोगो के आश्वासन देने पर उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।
पति जैसा प्रेम कर बैठी तन मन न्योछावर सब कुछ पति के होते हुऐ भी पति जैसा प्रेम कर बैठी तन मन न्योछावर सब कुछ पति के होते हुऐ भी
उन बातों का स्मरण कर आज भी आँखों में अंगार रूपी ज्वाला भड़क उठती है उन बातों का स्मरण कर आज भी आँखों में अंगार रूपी ज्वाला भड़क उठती है
नहीं...नहीं! मैं राखी भेज ही देती हूं नहीं...नहीं! मैं राखी भेज ही देती हूं
वह उसके पापा से भी बहस करता, पापा आपने मुझे इस छोटे से गाँव में क्यों रख रखा है वह उसके पापा से भी बहस करता, पापा आपने मुझे इस छोटे से गाँव में क्यों रख रखा है