फार्म हाउस आ गया था, रंजीत ने आगे बढ़कर गेट का ताला खोला और कार मुख्य इमारत की और बढ़ गयी फार्म हाउस आ गया था, रंजीत ने आगे बढ़कर गेट का ताला खोला और कार मुख्य इमारत की और...
माँ आज मेरी जिंदगी की सबसे खुशी का दिन था क्योंकि पहली बार वहाँ सबने मुझे कहा था देखो ये है कितनी भ... माँ आज मेरी जिंदगी की सबसे खुशी का दिन था क्योंकि पहली बार वहाँ सबने मुझे कहा था...
रानी को नरेंद्र कभी किसी बात की कमी महसूस नहीं होने देता रानी को नरेंद्र कभी किसी बात की कमी महसूस नहीं होने देता
हम उनमें से नहीं जो तुम्हें ताना मारेंगे हम उनमें से नहीं जो तुम्हें ताना मारेंगे
तीन साल पहले के उस मनहूस दिन की यादें उसे शूल सी चुभने लगीं। तीन साल पहले के उस मनहूस दिन की यादें उसे शूल सी चुभने लगीं।
गुस्से में उसने रेखा पर हाथ उठाना शुरू कर दिया था। गुस्से में उसने रेखा पर हाथ उठाना शुरू कर दिया था।