अनीष बोला- अच्छा पापा चलता हूँ।और वो चला गया। नीलेश अपनी बेटी के साथ खेलने लगा। अनीष बोला- अच्छा पापा चलता हूँ।और वो चला गया। नीलेश अपनी बेटी के साथ खेलने लग...
ओह, अच्छा हुआ तूने बता दिया''कहते हुए श्लोक के अंदर छनाक से जैसे कुछ टूट गया जिसकी आवाज बाहर न आई। श... ओह, अच्छा हुआ तूने बता दिया''कहते हुए श्लोक के अंदर छनाक से जैसे कुछ टूट गया जिस...
नहीं लिखा था फिर भी बहुत कुछ लिखा था, गर समझो तो। नहीं लिखा था फिर भी बहुत कुछ लिखा था, गर समझो तो।
अनंत जी सरिता जी से सहमत तो नहीं थे पर उनकी ख़ुशी के लिए कुछ नहीं बोले। अनंत जी सरिता जी से सहमत तो नहीं थे पर उनकी ख़ुशी के लिए कुछ नहीं बोले।
तब हो जाएगा तुम्हारा कर्ज चुकता !" तब हो जाएगा तुम्हारा कर्ज चुकता !"
दोस्तों में एक शख्स ऐसा भी था जो निशा के हर क्रियाकलापों को लाइक करता दोस्तों में एक शख्स ऐसा भी था जो निशा के हर क्रियाकलापों को लाइक करता