आख़िर और भी काम हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा। आख़िर और भी काम हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा।
मेरी आंखों से दो बूंद आसूं टपक गये, शायद प्रायश्चित के थे - - मेरी आंखों से दो बूंद आसूं टपक गये, शायद प्रायश्चित के थे - -
तो डेनिस भैया को कोई बताए कि रिसर्च के पीछे इतना पैसा बर्बाद करने से पहले जरा हम इंडिया वालों से पूछ... तो डेनिस भैया को कोई बताए कि रिसर्च के पीछे इतना पैसा बर्बाद करने से पहले जरा हम...
“हम नहीं जायेंगे शादी में, आखिर एकतरफा रिश्तों को हम ही क्यों निभाते रहें “हम नहीं जायेंगे शादी में, आखिर एकतरफा रिश्तों को हम ही क्यों निभाते रहें
सती सावित्री सी पत्नी भी है इसलिए वे हर झंझावात से निकल पाने में सक्षम हैं। सती सावित्री सी पत्नी भी है इसलिए वे हर झंझावात से निकल पाने में सक्षम हैं।
...माँगा नहीं था, पर कहते हैं न कि बिन माँगे मोती मिले माँगन मिले न भीख ! ...माँगा नहीं था, पर कहते हैं न कि बिन माँगे मोती मिले माँगन मिले न भीख !