धीरे-धीरे वह नींद के आगोश में समा गया। धीरे-धीरे वह नींद के आगोश में समा गया।
अतः उसने जल्दी-जल्दी में बिस्किट का पैकेट निकालकर उस बच्चे को थमा दिया अतः उसने जल्दी-जल्दी में बिस्किट का पैकेट निकालकर उस बच्चे को थमा दिया
पिया, पीयूष की उस में बढ़ती रुचि समझ रही थी पिया, पीयूष की उस में बढ़ती रुचि समझ रही थी
नहीं नहीं, वह घर पर नहीं आना चाहती है। उसे घर आने में थोड़ा संकोच हो रहा है। नहीं नहीं, वह घर पर नहीं आना चाहती है। उसे घर आने में थोड़ा संकोच हो रहा है।
तभी एक दुबला-पतला सा बच्चा दुर से दौड़ता हुआ ठेले की ओर जा रहा था। जाते जाते वो बच्चा दौड़ती भीड़ को... तभी एक दुबला-पतला सा बच्चा दुर से दौड़ता हुआ ठेले की ओर जा रहा था। जाते जाते वो ...
अवनी ने उसे रोकना चाहा तो जय प्यार से बोला, "कुछ वक्त सिर्फ दोस्तों का होता है, उसमें बँटवारा नहीं ह... अवनी ने उसे रोकना चाहा तो जय प्यार से बोला, "कुछ वक्त सिर्फ दोस्तों का होता है, ...