मैं बोझिल मन से गाँव से विदा हो गया। मैं बोझिल मन से गाँव से विदा हो गया।
कोरोना कातिल घूम रहा है बाहर,और बहा रहा हैं उल्टी गंगा। कोरोना कातिल घूम रहा है बाहर,और बहा रहा हैं उल्टी गंगा।
अरे औरत जात पाँव की जूती होत है, और जूती पाँव में ही जंचत है, खोपड़ी पर नाय। अरे औरत जात पाँव की जूती होत है, और जूती पाँव में ही जंचत है, खोपड़ी पर नाय।
गुड्डू,मैं ही हूँ सल्लू,चल हो जाये गुल्ली डंडा फिर से। गुड्डू,मैं ही हूँ सल्लू,चल हो जाये गुल्ली डंडा फिर से।
तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो
हमें कहा गया, जो जिसके जितनी जोर से मारेगा उसे घर की शिकायत से वंचित किया जाएगा। अब स्कूल की मार का... हमें कहा गया, जो जिसके जितनी जोर से मारेगा उसे घर की शिकायत से वंचित किया जाएगा।...