इस तरह लाल वाली गुड़िया भाई - बहन के बीच स्नेह की डोर को मज़बूती से बाँध चुकी थी। इस तरह लाल वाली गुड़िया भाई - बहन के बीच स्नेह की डोर को मज़बूती से बाँध चुकी थी।
मुझे मालूम होता कि तुम 25 पैसे लेकर मेला चले जाओगे तो, मैं तुम्हें गोलक तोड़ कर पैसे दे देती। भाई स... मुझे मालूम होता कि तुम 25 पैसे लेकर मेला चले जाओगे तो, मैं तुम्हें गोलक तोड़ कर...
आंखों को चकाचौंध कर देने वाली रोशनी से नहायी बिल्डिंग में श्यामू उसे ले गया और उसे घूंघरू बांधने के ... आंखों को चकाचौंध कर देने वाली रोशनी से नहायी बिल्डिंग में श्यामू उसे ले गया और उ...
अपने शहर और घरों को वापस लौटते वो लोग, वो दुकानें, वो झूले तुम्हें साल भर की यादें देकर चले जाते थे।... अपने शहर और घरों को वापस लौटते वो लोग, वो दुकानें, वो झूले तुम्हें साल भर की याद...
परिवार के साथ मेला देखने को आतुर वर्मा जी बारिश में फंस गए , उनके पास एक ग़रीब बच्ची आई जिसने खाना या... परिवार के साथ मेला देखने को आतुर वर्मा जी बारिश में फंस गए , उनके पास एक ग़रीब बच...
और एक बार पीछे मुड़के, "फुदकती कठपुतलियों" को अफ़सोस से देखने लगी। और एक बार पीछे मुड़के, "फुदकती कठपुतलियों" को अफ़सोस से देखने लगी।