इस तरह लाल वाली गुड़िया भाई - बहन के बीच स्नेह की डोर को मज़बूती से बाँध चुकी थी। इस तरह लाल वाली गुड़िया भाई - बहन के बीच स्नेह की डोर को मज़बूती से बाँध चुकी थी।
मगर जब समय आगे बढ़ता गया मेरी जरूरत भी अब वो खिलौने ना रहे मगर जब समय आगे बढ़ता गया मेरी जरूरत भी अब वो खिलौने ना रहे
दिया हुआ है दिया हुआ है
पंडित एक छोटी सी लकड़ी लेकर ख़ुद गोबर की गोली को उसी दिशा में धकेलने लगा पंडित एक छोटी सी लकड़ी लेकर ख़ुद गोबर की गोली को उसी दिशा में धकेलने लगा
गुड़िया को परेशान करने में उसे बहुत मज़ा मिलता था, खासकर रक्षाबंधन के दिन। गुड़िया को परेशान करने में उसे बहुत मज़ा मिलता था, खासकर रक्षाबंधन के दिन।
उस महिला ने अपने बच्चे को संभालते हुए कहा, "वो असल में इसने मकड़ी देख ली थी इसलिए रोने लगा। इसे मकड़िय... उस महिला ने अपने बच्चे को संभालते हुए कहा, "वो असल में इसने मकड़ी देख ली थी इसलिए...