इनके लिए तो जीना यहाँ-मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ।’ इनके लिए तो जीना यहाँ-मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ।’
उस पर यकीन करने के अलावा चंद्रिका के पास कोई और चारा नहीं था। उस पर यकीन करने के अलावा चंद्रिका के पास कोई और चारा नहीं था।
हम तो बिलकुल निराश हो गये थे मगर ख़ुशी बहुत होती है कि वे आज भी मेरे साथ हैं। हम तो बिलकुल निराश हो गये थे मगर ख़ुशी बहुत होती है कि वे आज भी मेरे साथ हैं।
ने फोन कर के पूरी बात बताया मै भरत के त्याग के सामने अपने को बहुत छोटा पता हूँँ। ने फोन कर के पूरी बात बताया मै भरत के त्याग के सामने अपने को बहुत छोटा पता हू...
बेटा आज तूने मेरी आँखे खोल दी अब मुझे साफ 2 दिखाई दे रहा है कि कोई मजहब इंसानियत से बड़ बेटा आज तूने मेरी आँखे खोल दी अब मुझे साफ 2 दिखाई दे रहा है कि कोई मजहब इंसानियत...
धन्यवाद दे हमारे मालिक को, जो हमसे काम भले लेता है धन्यवाद दे हमारे मालिक को, जो हमसे काम भले लेता है