एक बार रात्रि का अंतिम प्रहर था। कुछ की सुबह हो चुकी थी और बाकी नींद में मस्त थे। हम नींद में थे। मा... एक बार रात्रि का अंतिम प्रहर था। कुछ की सुबह हो चुकी थी और बाकी नींद में मस्त थे...
उस का सिर यामिनी की गोद में था, यामिनी के हाथ प्यार से उस का माथा सहला रहे थे। उस का सिर यामिनी की गोद में था, यामिनी के हाथ प्यार से उस का माथा सहला रहे थे।
लेखक: सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास समर कॉटेज. त्यौहार के दिन औ लेखक: सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास समर कॉटेज. ...
दोनों को अभिनन्दन कहकर रंगा जी वहां से चले जाते हैं। दोनों को अभिनन्दन कहकर रंगा जी वहां से चले जाते हैं।
देखिए इंजेक्शन तो आपको लेना ही पड़ेगा।समस्या बढ़ गई तो फिर आसानी से ठीक भी नहीं होगी। देखिए इंजेक्शन तो आपको लेना ही पड़ेगा।समस्या बढ़ गई तो फिर आसानी से ठीक भी नहीं ...
अपनी उंगलियों से दो सोने की अँगूठियाँ निकालकर उस औरत को पकड़ा दी..वो महिला चौंक गई! अपनी उंगलियों से दो सोने की अँगूठियाँ निकालकर उस औरत को पकड़ा दी..वो महिला चौंक ग...