आज भी बहुत से घरों में महिलाओं को घूँघट से आजादी नहीं मिल पाई है। आज भी बहुत से घरों में महिलाओं को घूँघट से आजादी नहीं मिल पाई है।
"मैं तो पहले ही कहूं हूं.. सर पर पल्लू से बोझ ना लगै है। "मैं तो पहले ही कहूं हूं.. सर पर पल्लू से बोझ ना लगै है।
बस इसी के आदर सम्मान में मैंने सिर पर चादर डाली है।" बस इसी के आदर सम्मान में मैंने सिर पर चादर डाली है।"
"अरे फूंफ़ा जी, आपने तो बुआ के ही पाँव छू लिए, ही ही, हा हा" .... सास और पत्नी की एक सी कद काठी और ... "अरे फूंफ़ा जी, आपने तो बुआ के ही पाँव छू लिए, ही ही, हा हा" .... सास और पत्नी ...
आज के बाद तुम इस घर की बहू और बेटी दोनों हो तुम्हें इस घर में पूरा मान-सम्मान मिलेगा आज के बाद तुम इस घर की बहू और बेटी दोनों हो तुम्हें इस घर में पूरा मान-सम्मान मि...
जहां पर भी थोड़ा सा रहस्य नजर आता है वहीं पर लोगों के कान खड़े हो जाते हैं जहां पर भी थोड़ा सा रहस्य नजर आता है वहीं पर लोगों के कान खड़े हो जाते हैं