जिसने उसके आत्म बल को आगे बढ़ने के लिए ललकारा। जिसने उसके आत्म बल को आगे बढ़ने के लिए ललकारा।
मैं दोबारा जन्म लेकर दुनिया में आना चाहूँगी मैं दोबारा जन्म लेकर दुनिया में आना चाहूँगी
हमेशा कटाक्ष करते एकदम शेक्सपियर बन जाओगी क्या हमेशा कटाक्ष करते एकदम शेक्सपियर बन जाओगी क्या
"अजी ..सुनते हो ,,क्या दिन भर पढ़ते रहते हो अब तो रिटायर भी हो गए हो तब भी प्रोफेसर ? तन "अजी ..सुनते हो ,,क्या दिन भर पढ़ते रहते हो अब तो रिटायर भी हो गए हो तब भी प्रोफे...
भरी आँखों से माँ की तरफ देखते हुए इतना ही कह पाई शगुन। भरी आँखों से माँ की तरफ देखते हुए इतना ही कह पाई शगुन।
नतमस्तक होकर वह वृद्ध शिक्षक के चरणों में गिर पड़ा। नतमस्तक होकर वह वृद्ध शिक्षक के चरणों में गिर पड़ा।