समय रहते अपने कर्म सुधार कर अच्छे लोक को जा सकते हैं।" समय रहते अपने कर्म सुधार कर अच्छे लोक को जा सकते हैं।"
परंतु उसकी टोकरी अनगिनत पुण्य से भरी हुई थी। और वह खाली हाथ नहीं गया था। परंतु उसकी टोकरी अनगिनत पुण्य से भरी हुई थी। और वह खाली हाथ नहीं गया था।
वास्तव में सोचने वाली बात है, हम कितना ही ऊंच-नीच मान लें, अंत में उसी अग्नि से इस शरीर वास्तव में सोचने वाली बात है, हम कितना ही ऊंच-नीच मान लें, अंत में उसी अग्नि से ...
उसके बराबर नहीं हो सकते जो एक क्षण के अच्छी संगत से होता है। उसके बराबर नहीं हो सकते जो एक क्षण के अच्छी संगत से होता है।
"बाबू आपके घर में एक मन्दिर है--मेरा निवेदन है --मुझको वहाँ कल शामपूजा के लिए प्रवेश कर "बाबू आपके घर में एक मन्दिर है--मेरा निवेदन है --मुझको वहाँ कल शामपूजा के लिए प्...
महाभारत में यह भी सीख मिलती है कि सबसे ज्यादा योग्य होना या सबसे ज्यादा शक्तिशाली होना महत्वपूर्ण नह... महाभारत में यह भी सीख मिलती है कि सबसे ज्यादा योग्य होना या सबसे ज्यादा शक्तिशाल...