घर लौटने पर दोबारा दोनों में झगड़ा होता और स्थितियाँ और भी बुरी हो उठती..! सिया ने आंटी को दिल से शुक... घर लौटने पर दोबारा दोनों में झगड़ा होता और स्थितियाँ और भी बुरी हो उठती..! सिया न...
होलाष्टक के साथ ही पहाड़ों के गांव गांव चीर बंधी और फाग उठने लगे , घर घर से ढोल मंजीरा,ह होलाष्टक के साथ ही पहाड़ों के गांव गांव चीर बंधी और फाग उठने लगे , घर घर से ढोल म...
बिन माँ की बच्ची आधी अधूरी, कच्चा पक्का खाना ही बना पाती थी बस। बिन माँ की बच्ची आधी अधूरी, कच्चा पक्का खाना ही बना पाती थी बस।
कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है तुम यहाँ मेरे सीट पर ही बैठोगी मैं पीछे जा रहा हूँ कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है तुम यहाँ मेरे सीट पर ही बैठोगी मैं पीछे जा रहा हूँ
गैस विहीन गुब्बारे सा वह ज़मीन पर पसर गया । 'तो क्या कल यह नोट मर जाएगा ? ' गैस विहीन गुब्बारे सा वह ज़मीन पर पसर गया । 'तो क्या कल यह नोट मर जाएगा ? '
पल भर पहले जो खुशी का माहौल था वो अब तनाव मे तब्दील हो चुका था। पल भर पहले जो खुशी का माहौल था वो अब तनाव मे तब्दील हो चुका था।