करके फिर-फिर कहती रहो यह बात, जब तक यह मेरी आत्मा का। करके फिर-फिर कहती रहो यह बात, जब तक यह मेरी आत्मा का।
उसने ख़ुद को मुझसे छुड़ाया और कमरे से बाहर निकल गई। उसने ख़ुद को मुझसे छुड़ाया और कमरे से बाहर निकल गई।
पता नहीं कैसे ठीक होंगे यह बाल ? एक तो जुएँ इतनी हो गयी पता नहीं कैसे ठीक होंगे यह बाल ? एक तो जुएँ इतनी हो गयी
ज़मीन थरथरा रही है, हिल रही है – जादूगरनी पीछा कर रही है, और बिल्कुल पास आ गई है... लड़की ने कंघी नि... ज़मीन थरथरा रही है, हिल रही है – जादूगरनी पीछा कर रही है, और बिल्कुल पास आ गई है...