अब जूते कपड़े के लिए घर के अंदर गया तो माँ और दूसरे भाई बहन उलझ गए। अब जूते कपड़े के लिए घर के अंदर गया तो माँ और दूसरे भाई बहन उलझ गए।
यह तो परिस्थितियों पर निर्भर करेगा और हो सकता है तुम्हें कुछ मन की आग बुझाने का अवसर यह तो परिस्थितियों पर निर्भर करेगा और हो सकता है तुम्हें कुछ मन की आग बुझाने का ...
न जाने कैसे अंधेरे में उसकी शर्ट अलमारी के हैंडल में उलझ कर फट गई। न जाने कैसे अंधेरे में उसकी शर्ट अलमारी के हैंडल में उलझ कर फट गई।
हमारे बीच भी बात इतनी बढ़ी कि हम दोनों ने खाना नहीं खाया हमारे बीच भी बात इतनी बढ़ी कि हम दोनों ने खाना नहीं खाया
बन जायेगा जन्मो का बंधन, कब जाना था, जाना होगा इतना मुश्किल यह कब सोचा था बन जायेगा जन्मो का बंधन, कब जाना था, जाना होगा इतना मुश्किल यह कब सोचा था