डायरी पढ़ते-पढ़ते सुधार गृह से वापिस आए शुभम की आंखें बरबस ही छलक आई, बरबस ही पास के कमरे में सो रहे ब... डायरी पढ़ते-पढ़ते सुधार गृह से वापिस आए शुभम की आंखें बरबस ही छलक आई, बरबस ही पास ...
मैंने कहा, 'बताओ कोई अच्छा सा प्रस्ताव, बस लड़की अच्छी होनी चाहिए।’ मैंने कहा, 'बताओ कोई अच्छा सा प्रस्ताव, बस लड़की अच्छी होनी चाहिए।’
कह रहे थे आजकल अपनी मर्ज़ी से सोती है, अपनी मर्ज़ी से जागती है कह रहे थे आजकल अपनी मर्ज़ी से सोती है, अपनी मर्ज़ी से जागती है
ताकि व्यवहार में सदा मिठास घुली रहे और अपनत्व अपना रास्ता नहीं भूले। ताकि व्यवहार में सदा मिठास घुली रहे और अपनत्व अपना रास्ता नहीं भूले।
पण्डित जी के लालच के कारण ही तो चावल को आवरण में छिपा धान बना।" पण्डित जी के लालच के कारण ही तो चावल को आवरण में छिपा धान बना।"
कौन सी दवा वो किस समय लेते हैं उन्हें डॉक्टर को कब दिखाना होता हैं। कौन सी दवा वो किस समय लेते हैं उन्हें डॉक्टर को कब दिखाना होता हैं।