वह भयंकर निराश हो गई थी। उसने एकबार तो घर से भाग जाने की भी सोची। वह भयंकर निराश हो गई थी। उसने एकबार तो घर से भाग जाने की भी सोची।
सुधा तुम्हारे जैसी मजबूत औरत मैंने अपने जीवन के 30 सालों में संस्था में नहीं देखी, सुधा तुम्हारे जैसी मजबूत औरत मैंने अपने जीवन के 30 सालों में संस्था में नहीं देख...
आज मेरे आँसूओं की वजह ये प्यार ही तो है जो मुझे तुमसे हो गया है। आज मेरे आँसूओं की वजह ये प्यार ही तो है जो मुझे तुमसे हो गया है।
उस दिन भी रवि नमिता से मिलने आया कित्नु उसकी मुस्कान उसकी आँखों तक नहीं पहुँच रही थी। उस दिन भी रवि नमिता से मिलने आया कित्नु उसकी मुस्कान उसकी आँखों तक नहीं पहुँच रह...
पापा की सैलरी कम थी और हमलोग टी.वी. खरीदने के लिए सपने में भी नहीं सोच सकते थेI पापा की सैलरी कम थी और हमलोग टी.वी. खरीदने के लिए सपने में भी नहीं सोच सकते थेI
"पतियों के लिए शायद पत्नियाँ भी उस अम्ब्रेला की तरह ही होती हैं। "पतियों के लिए शायद पत्नियाँ भी उस अम्ब्रेला की तरह ही होती हैं।