आज राजेश और उसके परिवार को गृहलक्ष्मी का महत्व समझ आ गया था। आज राजेश और उसके परिवार को गृहलक्ष्मी का महत्व समझ आ गया था।
खटिये पर पड़े पड़े राममूरत पगला गया, लेकिन करे भी क्या उम्र भी तो 80 साल है,कुछ भी करते र खटिये पर पड़े पड़े राममूरत पगला गया, लेकिन करे भी क्या उम्र भी तो 80 साल है,कुछ भी...
कोई भी लड़की उसके लिए खुद को नहीं बदलेगी। कोई भी लड़की उसके लिए खुद को नहीं बदलेगी।
आत्मसम्मान शीशे की तरह कई टुकड़ों में बिखर गए ज़मीन पर आत्मसम्मान शीशे की तरह कई टुकड़ों में बिखर गए ज़मीन पर
मेरे काम ने ही मुझे आत्मविश्वास एवं आत्मसम्मान से जीने का ज़ज़्बा दिया मेरे काम ने ही मुझे आत्मविश्वास एवं आत्मसम्मान से जीने का ज़ज़्बा दिया
हम सरकारी शिक्षक काम न करने के बहाने तलाशते हैं हम सरकारी शिक्षक काम न करने के बहाने तलाशते हैं