वो गुलाबी स्वेटर
वो गुलाबी स्वेटर
पिंकी को अपना गुलाबी स्वेटर बहुत पसंद था। उसमें दो पॉकेट बने हुए थे जिसमें वह कभी चॉकलेट कभी बिस्किट और भी बहुत कुछ रख देती थी। और जब कभी ज़्यादा ठंड लगती तब उसमें अपने हाथ रखकर भी गर्म कर लेती थी। उनके घर सुकुमारी की बेटी पुन्नी कभी कभी माँ के साथ काम करने आती थी। कुछ दिन से सुकुमारी बीमार थी इसलिए पुन्नी ही काम पर आती थी। वह साथ में एक रुमाल में कुछ पैसे बांधकर लाती क्योंकि काम खत्म होने पर उसे घर का सामान खरीदना होता था। एक दिन पुन्नी बहुत उदास थी, उसका रुमाल खो गया था और उन पैसों से माँ की दवाई खरीदनी थी। पिंकी की माँ ने उसे सुकुमारी की दवाई की पैसे दिए और पिंकी ने अपना फेवरेट गुलाबी स्वेटर पुन्नी को देते हुए कहा,
"इसके पॉकेट में तुम पैसे रखा करना, नहीं गिरेंगे!"
सब उस नन्ही सी बच्ची के त्याग भावना को देख रहे थे और पिंकी के चेहरे पर एक सुकून था कि अब पुन्नी के पैसे नहीं गिरेंगे!