राजगिरा का ऊर्जावान आहार
राजगिरा का ऊर्जावान आहार


नवरात्रि 9 दिन चलने वाला हिंदूओं का महापर्व है। स्त्री रूपी देवी के नौ रूपों की पूजा साधक पूरे 9 दिन करते हैं। मां के रूपों का अलग-अलग रंगों से श्रृंगार किया जाता है तथा हर एक दिन एक विशेष प्रकार का भोग मां को लगाया जाता है। खुद भक्त- जन उपवास रखकर मां की आराधना सच्चे मन से करते हैं। यह 9 दिन घर में एक उत्सव की तरह मनाया जाता है, विशेष रूप के पकवान इस महापर्व का विशेष आकर्षण बिंदु होते है। स्वच्छ रसोई में सात्विक भोजन बनाया तथा परोसा जाता है। कुछ साधक पहले नवरात्रि व अंतिम नवरात्रि को उपवास रखते हैं तो कुछ भक्तजन पूरे 9 दिन मां की आराधना के लिए उपवास रखते हैं। पूरी 9 दिन ऐसा कौन सा भोजन वह ग्रहण करें जिनसे उनके शरीर में ऊर्जा बनी रहे और वह पूरे 9 दिन स्वस्थ और ऊर्जावान रहकर मां की सेवा कर सके।
आज हम एक ऐसे मिष्ठान की बात करेंगे जिसे मनाना आसान है और यह ऊर्जा का तथा प्रोटीन का मुख्य स्रोत भी है। राजगिरा या रामदाना तथा इसे चौलाई के दानों के नाम से भी जाना जाता है। व्रत या उपवास के लिए अक्सर इसका उपयोग किया जाता है, यह एक बहुत ही पौष्टिक साथ स्वास्थ्यवर्धक आहार है जो उपवास के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यह आपकी उर्जा पूरे 9 दिन बनाए रखता है। अंग्रेजी भाषा में इसे'Amaranth grain'कहां जाता है, उपवास के लिए एक आहार के रूप में इसे कई तरीके से प्रयोग किया जा सकता है, इसके दानों से बहुत पौष्टिक खिचड़ी बनाई जा सकती है, मूंगफली, आलू, पनीर डालकर आप आसानी से इसकी खिचड़ी का उपवास में प्रयोग कर सकते हैं। वही इन दानों से बहुत ही स्वादिष्ट खीर भी बनाई जा सकती है। लेकिन आज हम इस के दानों से बनने वाले लड्डू की बात करेंगे। जो खाने में तो बहुत स्वादिष्ट होते ही हैं और एक उपासक के लिए पूर्ण रूप से सात्विक भोजन की श्रेणी में भी आते हैं, इसको ग्रहण करने से आप में ऊर्जा पूरे दिन बनी रहती है, राम दाने के लड्डू को आप दूध के साथ तथा चाय के साथ भी ले सकते हैं।
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रामगिरा(रामदाने) के लड्डू
बनाने की विधि व सामग्री_____
सामग्री-
राम गिरा के दाने- 150 ग्राम
गुड-250 ग्राम
घी-दो से तीन छोटे चम्मच
सूखे मेवे-मुट्ठी भर बारी कटे हुए बदाम, बारीक कटे या पिसे हुए काजू।
बनाने की विधि-----
रामदाने के लड्डू बनाने के लिए एक विशेष बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए, हमें इसे बनाने के लिए मोटे तले के बर्तन का उपयोग करना चाहिए।
भारी तले की कढ़ाई को अच्छी तरीके से गर्म कर ले, थोड़ा-थोड़ा करके रामदाने गरम कढ़ाई में डालते हुए हिलाते रहें, लगातार हिलाते रहने से यह फूलने लग जाएंगे, फूले हुए राम दानों को अलग बर्तन में रखते रहे। जब सारे राम दानें अच्छे से फूल जाए तो उन्हें एक बर्तन में अलग रख लें। उसी कढ़ाई में 2 से 3 छोटे चम्मच घी डालकर गर्म कर ले, फिर अच्छे से गुड़ के टुकड़ों को तोड़कर इस गरम कढ़ाई में डालकर पिघला लें, जब इस पिघले गुड़ में झाग बनने लगे तो समझे की गुड़ अच्छे से पिघल गया है ।इस पिघले हुए गुड़ में केवल फूले हुए ही राम दानें डालें, साथ ही बारी कटे हुए ड्राई फ्रूट्स इसमें मिला दें ,अब सबको अच्छे से मिला लें, क्योंकि यह मिश्रण बहुत गर्म होता है अतः अपने हाथों में पानी लगा कर जितने बड़े आप लड्डू बनाना चाहते हैं उतना मिश्रण ले कर, दोनों हाथों की सहायता से लड्डू का आकार देकर लड्डू तैयार कर ले। फिर इन लड्डू को एक-दो घंटे के लिए खुली हवा में छोड़ दें। जब ये ठंडी हो जाए, तो इन्हें एयर टाइट डिब्बे में रखें। आप इन लड्डू को अपने उपवास के दौरान दूध या चाय के साथ ले सकते हैं। एक ऊर्जावान तथा स्वास्थ्यवर्धक आहार आपके व्रत के लिए तैयार है।
इस बार बाज़ार से लाने के बजाएं आप इन लड्डुओं को घर में तैयार करें।
आप सबको नवरात्रि की शुभकामनाएं, मां के नौ रूप आपके जीवन में अच्छा स्वास्थ्य, धनधान्य के साथ सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव संचालित करें।
जय मां अंबे