Deepika Raj Solanki

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नवरात्रि और रंगों का साथ

नवरात्रि और रंगों का साथ

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शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर सब को हार्दिक शुभकामनाएं। मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा- आराधना पूरी निष्ठा से भक्तजन पूरे नौ दिन तक कर के देवी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। विश्व की वर्तमान स्थिति को देखते हुए तथा कोरोना काल के बाद फैली नकारात्मक का प्रभाव हमारे 

जीवन के हर पहलू पर पड़ रहा है , आर्थिक  , सामाजिक नकारात्मकता का माहौल बन गया है ।

इन नौ दिनों तक हम मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना, हवन, कीर्तन-भजन, कर इस फैलीं नकारात्मकता के प्रभाव को कुछ कम कर सकते हैं। 

नकारात्मक ऊर्जा को कम करने में रंगों का अपना एक अलग महत्व होता है। विशेषकर नवरात्रि के पावन दिवस पर मां दुर्गा के अनेक रूपों की आराधना करने तथा देवी स्वरूपो को प्रसन्न करने के लिए 9 दिनों तक अलग-अलग  रंगों के श्रृंगार व पोशाकों से , मां का आवाहन करने तथा भक्तजन विशेष रंगों के वस्त्र धारण कर पूजा अर्चना करें तो उनकी मनोकामना पूर्ण तथा घर परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।

नवरात्रि में हर विशेष दिन माता के स्वरूप के अनुसार पहने जाने वाले रंग इस प्रकार हैं-

१पहले दिन-पीला रंग शुभ माना जाता है।

 नवरात्रि का पहला दिन प्रतिपदा का दिन कहलाता है। दुर्गा के प्रथम रूप में हिमालय की पुत्री के रूप में देवी शैलपुत्री की पूजा अर्चना करते हैं। मां को प्रसन्न करने के लिए भूरे रंग की साड़ी या वस्त्र तथा श्रृंगार माता के चरणों में अर्पित करते हैं। इस दिन भक्तजन पीले रंग के वस्त्र धारण कर मां की पूजा अर्चना करे,यह रंग इस दिन का शुभ रंग माना जाता है।

 २ दूसरे दिन का शुभ रंग हरा

 नवरात्रि के दूसरे दिन ब्रह्मचरिणी देवी की आराधना- उपासना की जाती है। ब्रह्म का अर्थ तपस्या और चारिणी का शाब्दिक अर्थ आचरण है अतः ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप का आचरण करने से है। इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए नारंगी रंग के वस्त्र ,श्रृंगार समर्पित करना चाहिए, और उपासक को हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।

 ३ तीसरा दिन भूरे रंग का प्रयोग करें

 मां दुर्गा के तीसरे रूप में चंद्रघंटा देवी की पूजा की जाती है। माता को इस दिन श्वेत रंग की पोशाक तथा सफेद फूलों से श्रृंगार करना चाहिए और भक्तों को भूरे रंग के कपड़े पहन कर माता की आराधना करनी चाहिए।

 ४ चौथा दिन नारंगी रंग का उपयोग करें

 कुष्मांडा देवी की आराधना नवरात्र के चौथे दिन की जाती है मां को लाल रंग के वस्त्र व श्रृंगार अत्यधिक प्रिय हैं मां को प्रसन्न करने के लिए उनको लाल रंग के वस्त्र धारण कराने चाहिए, तथा भक्तों को नारंगी रंग की पोशाक धारण कर  मन से मां कुष्मांडा देवी की साधना करनी चाहिए।

 ५ पाँचवें दिन का शुभ रंग सफेद है

 नवरात्र के पवित्र दिनों में पाँचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि स्कंदमाता मोक्ष के द्वार खोलने वाली व सुख देने वाली देवी हैं। इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा भाव से नीले रंग के वस्त्र अर्पित करने चाहिए तथा भक्तजनों को स्वच्छ सफेद रंग के कपड़े पहनकर मां की अर्चना तथा हवन करने चाहिए।

 ६ छठे दिन सुर्ख लाल रंग का उपयोग करें

 कात्यायनी माता की पूजा अर्चना नवरात्र के छठे दिन की जाती है, मां की कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तों को पीले रंग से मां का श्रृंगार करना चाहिए तथा स्वयं भक्तों को लाल रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह वातावरण में फैलाना चाहिए।

 ७  सातवें दिन का शुभ रंग नीला माना जाता है

 नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की अर्चना की जाती है मां कालरात्रि का रंग श्याम है, सिर  के बाल बिखरे , गले में माला, तथा तीन आंखें  वाली मां कालरात्रि  को प्रसन्न करने के लिए भक्तों को नीले रंग के वस्त्र धारण कर, कालरात्रि माता की पूजा अर्चना करने कई मुसीबतों से मुक्ति मिलती है।

 ८ आठवां दिन का शुभ रंग गुलाबी है

 नवरात्र के अष्टमी को महागौरी की पूजा होती है, इस दिन माता महागौरी का मोरपंखी रंग से  श्रृंगार करना चाहिए तथा मां की आराधना करने के लिए भक्तों को गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।

 ९ नौवा दिन का शुभ रंग जामुनी

 नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना कर भक्त आशीर्वाद प्राप्त करते हैं इस विशेष दिन भक्तों को जामुनी रंग के कपड़े पहन कर मां का आवाहन करना चाहिए।

 इस तरह से पूरे नवरात्रि , वातावरण में सकारात्मकता लाने के लिए पूजा अर्चना के साथ- साथ अगर हम इन रंगों का भी उपयोग करें तो अवश्य ही मन: शांति प्राप्त होगी।



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