फटी जेब
फटी जेब
आज के समय में गरीबी, बेरोजगारी और भुखमरी समाज के अभिन्न अंग बन चुके है।
भारतीय युवा वर्ग में 65 प्रतिशत युवा बेरोजगार है, तो जाहिर है कि जेब तो फटी ही रहनी है।
आज के समय में देश की सबसे बड़ी समस्या बढ़ती बेरोजगारी है।
पढ़े-लिखे युवा पीढ़ी के नौजवान किसी काम करने में संकोच करते है।
और जब खुद पर भारी न पड़ जाए तब तक पापा की कमाई खाते है, ये आदत बन चुकी है।
जॉब कोई करना नहीं चाहता है और सरकारी नौकरी में कॉम्पिटिशन इतना बढ़ गया कि लोगों के प्रयास से बाहर है, फिर अचानक जब जिम्मेदारी आती है तो गलत राह पर चल पड़ेंगे और फिर किडनेपिंग, स्मगलिंग, पार्सल वगेरह धंधे करके समाज को लूट पर कर गरीब बनाएंगे।
गरीबी फिर भुखमरी का कारण बन जाएगी और समाज के लिए
ये जहर एक श्राप होगा।
फटी जेब... जिसका मतलब हम सब भली-भांति समझते हैं। बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी आदि।
यह हमारे देश की बहुत बड़ी समस्या है।
