Komal Tandon

Children Stories Children

4.5  

Komal Tandon

Children Stories Children

नायक

नायक

3 mins
383


मैं एक छठी कक्षा का विद्यार्थी हूँ मेरा नाम कृष्णा है । और इस कहानी का हीरो मैं हूं। लॉकडाउन के एक दिन पहले मेरे डैडी मेरे लिए एक साइकिल लेकर आए । जैसे वो पहले ही जानते थे कि लॉकडाउन में मेरे पास काफी समय होगा साइकिल चलाना सीखने के लिए ।


साइकिल लेकर जब मैं पहले दिन बाहर निकला तो मोहल्ले के एक अनुभवी बुजुर्ग को मौका मिल गया अपने ज्ञान का भंडार खाली करने का ।


दीनू काका (जिनकी एक लम्बी सफेद दाढ़ी है जो उनके शब्दों के साथ साथ ऊपर नीचे दायें बायें डोला करती है ) पान चबाते हुए बोले – “अरे बेटा जब तक हाथ पाँव नहीं टूटेंगें, सर वर नहीं फट जाएगा तब तक साइकिल चलानी नहीं आएगी । हमारे सिर में दस टांकों के निशान आज भी उतने ही ताजा दिखते हैं जितने तब दिखते थे । “ उन्होंने अपने सफेद घुंघराले बाल उठा कर माथे के कोने में बने टाँके दिखाए जो मैने पहली बार देखा । क्योंकि उनके माथे का वह एरिया हमेशा बालों से ढका रहता है ।


मैं –“ काका आप वार्निंग दे रहे हैं या डरा रहे हैं ?”


काका – “बता रहा हूँ । अपना एक्सपीरिएंस शेयर कर रहा हूँ। “


अभी कुछ ही पैडल मारे थे, कि जाने क्या हुआ कि साइकिल का पैडल हल्का हो गया और साइकिल ने आगे बढ़ने से इन्कार कर दिया । ऐसा लगा जैसे पहिये और पैडल का रिश्ता टूट गया हो, पैडल घूम रहा था पर पहिया अपनी जगह पर ढीठ बनकर रुका हुआ था ।


विजय भैया जो किसी सींक की तरह पतले थे और हमेशा शरीर से चिपके कपड़े पहनते थे –“बच्चे साइकिल की चेन उतर गई है । चेन चढ़ाओ। “


दीनू काका को फिर अपना बचपन याद आ गया –“अरे चेन चढ़ाना भी कोई आसान काम नहीं है, सावधानी से चढ़ाना मेरा हाथ बचपन में चेन में फँस गया था । नतीजतन छोटी उँगली कुछ और छोटी हो गई । “ कहते हुए उन्होने अपनी दाईं छोटी उँगली दिखाई, जो मैं पहले भी नोटिस कर चुका था कि, अपनी जुड़वाँ बहन ‘बाईं छोटी उँगली ‘ से आकार में छोटी थी ।


अब तो मैं चेन चढाने में भी डरने लगा । पर सबके सामने डरपोक साबित होना नहीं चाहता था इसलिए चेन चढ़ाने का प्रयास करने लगा । जब-जब चेन चढ़ाने मे मैं नाकामयाब हुआ तब-तब दीनू काका ने आह भरी औऱ एक और वार्निंग पास की ।


जैसे – “चेन के छेद में उँगली देने से बचना , पहले छोटे चक्के पर चेन चढाओ , चक्के औऱ चेन के बीच उँगली आई तो समझो गई । “


थोड़ी देर प्रयास करने के बाद मैने हार मान ली और साइकिल लेकर घर के भीतर चला गया । सोचा डैडी के साथ ही साइकिल सीखने जाऊँगा ।



Rate this content
Log in