मन हो गया मेरा बसन्ती
मन हो गया मेरा बसन्ती
सर्वप्रथम आप सभी मित्रमण्डली को सहृदय बसंत पंचमी की ढ़ेरों शुभकामनाएं। हमारे स्टोरी मिरर टीम को भी ढेरों शुभकामनाएं। दिन दूनी रात चौगुनी तरक़्क़ी करें। और हम सभी लोगों को इस प्लेटफॉर्म पर अच्छा मौका मिलता रहे।
अपने भारत में इस दिन हम सब जो भी शुभ कार्य करना होता है इस दिन बेहिचक करते हैं। इस दिन अबूझ मुहूर्त होने के नाते हम सब अपने नए कार्य को करते हैं। यह दिन हम सभी के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है।
इस दिन पीले वस्त्र और पीले फूलों का बहुत ही महत्व होता है। बसंत पंचमी मनाकर बसंत ऋतु का बख़ूबी स्वागत किया जाता है। हमारे उत्तर भारत की छः ऋतुओं में से एक ऋतु होती है। यह ऋतु इस फरवरी महीने में अपने सौंदर्य को बिखेरती हैं।
इस तरह हिन्दू पंचांग के वर्ष के अंत और शुरुआत बसंत ऋतु में ही होता है। इस ऋतु के आटे ही मौसम कुछ अलग ही तरह का हो जाता है। सर्दी थोड़ी थोड़ी कम होती है। आम के पेड़ो में बौर लग जाती हैं। बाग-बगीचों में बैठने पर धीमी धीमी खुशबू मन को लुभाती हैं।
पुराने पत्ते गिर कर बिखर जाते हैं। नई कोपलें निकलती हैं। और खेत खलिहान हरे भरे सरसों के पीले फूलों से लहलहाते हैं। और इस ऋतु को "ऋतु राज” भी कहा जाता है।
भागवत गीता में श्रीकृष्ण भगवान ने यह कहा भी है की, ऋतुओं में मैं "बसंत" हूँ। बसंत ऋतु में बसंत पंचमी, शिवरात्रि, होलाष्टक जैसे त्यौहारो को बहुत ही हर्ष के साथ मनाया जाता है। इस ऋतु में फाल्गुनी गीत गाकर बसंत ऋतु का स्वागत करते हैं।
इस ऋतु के बाद अनेकों त्यौहारों की शुरुआत होती है। हल्का गर्म हल्का सर्द वाला मौसम सब को खूब भाता है। मार्च महीने में होली का त्यौहार आता है। जो बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार बसंत ऋतु को "कामदेव" का पुत्र कहा जाता है।
हम सभी की तरह विदेशी लोग भी बसंत ऋतु का कुछ अलग अलग तरह से स्वागत करते हैं। बसंत पंचमी के दिन हम भारतीय लोग जैसे जापानी लोग "ब्लूम ऑफ़ चैरी ब्लॉसम्स" के नाम से इस बसंत ऋतु को मनाते हैं।
अपने देश के अपनी भेषभूषा को धारण करते हैं। तथा पारम्परिक कलाओं का प्रदर्शन भी करते हैं। घर में अच्छा भोजन बनाते हैं। रंग-बिरंगे फूलों से घर को सजाते हैं। इसी प्रकार सभी देशों में अपने अपने तरीके से बसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करते हैं।
बसंत ऋतु बहुत ही सुहावनी होती हैं। यह मौसम हार्य किसी के लिए बहुत ही अच्छा रहता है। गाँव, घर, शहर हर जगह बसंत ऋतु को बहुत ही अच्छे से मनाया जाता है। स्कूल कॉलेज में भी बहुत अच्छे से मनाया जाता है।
जब छोटे छोटे बच्चे पीले वस्त्र में एक साथ झुंड बनाकर चलते हैं, तो बहुत ही सुंदर लगता है। खास कर यह मौसम मुझे बहुत अच्छा लगता है।हम लोग बहुत ही अच्छे से मनाते हैं।
आज की कहानी कथा कुछ इस तरह है। गलती के लिए माफी चाहूँगी।
