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ARVIND SINGH

Children Stories Tragedy Inspirational

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ARVIND SINGH

Children Stories Tragedy Inspirational

मिडिल बॉय

मिडिल बॉय

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आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी सुनाने जा रहे है जिसका नाम है अरमान। जो की एक बहुत सिंपल लाइफ जीने वाला लड़का है। न उसे किसी की पड़ी है न वो किसी अन्य के बारे में सोचता है। ऐसे तो सिर्फ वो अपने फॅमिली के बारे में सोचता है पर कभी रहा चलते भिखारी भी उससे कुछ मांग लेते थे तो वो किसी को भी खाली हाथ वापिस नहीं भेजता था। वो कोई न कोई चीज उनको दे ही देता था। एक बार की बात है वो अपने जॉब पे जा रहा था वो किसी क्लर्क ऑफिस में जॉब करता था और वह उसे इतनी भी सेलरी नहीं मिलती थी जिससे उसका घर चल सके वो सिर्फ अपने घर के जरूरी आवश्यकताओं को पूरा कर पता था, न उसके पास को ऐसा सहारा था की वो किसी से अपनी मदद मांग सके। जैसे भी कर के अपने काम को चला पता था। एक बार की बात है उसको कुछ पैसे की जरूरत पड़ी मगर कोई उसकी मदद करने के लिए कोई भी आया नहीं। उसने सभी से मदद करने के लिए मांग की लेकिन कोई नहीं आया। अंत में उसने अपने एक दोस्त को बोला उसने उसकी मदद की और उसका साथ दिया। मगर अफ़सोस उसकी माँ बीमार थी और उसके इलाज के लिए ही पैसे चाहिए थे मगर उसकी माँ मर गयी और उसके पैसे बच गए। उसने सोचा ये भी अपने दोस्त को वापिस दे दूँ मगर फिर वही ज़िंदगी जिनके लिए काम करता हूँ वो ही काम नहीं आते है तो फिर उनकी जी हुजूरी करने में क्या मतलब। अंत में उसने निश्चित किया की वो इन पैसों से छोटा मोटा व्यापार करेगा और उसने एक लोरी खरीदी। उसपे कुछ नास्ते का काम शुरू किया। मगर थोड़ा थोड़ा काम चलता अंत में उसने रात दिन मेहनत की और अपने काम को आगे बढ़ाया और देखते देखते उसका व्यापार बढ़ गया और उसका बिज़नेस आगे बढ़ा और उसने ऐसे करते करते बहुत होटल और बहुत शॉप ओपन की और एक दिन वो अपने गांव में गया तो देखा उसका गांव बहुत बदल गया है। उसके रिश्तेदार के पास पहुँच तो पहले तो उसके रिश्तेदार ने उसको पहचाना नहीं, मगर बाद में उससे बहुत चिपकने लगे और वो अपने रिश्तेदार के पास बैठ कर कहने लगा की अगर आपने उस दिन मेरी हेल्प की होती तो मेरी माँ मरती नहीं। मगर आज मेरे पास इतना सब कुछ है मगर मेरी माँ नहीं है इसलिये मेरे ये सब कुछ काम का नहीं।

अंत में उसने उस सारे पैसे को एक ऐसी संस्था में दान कर दिए और खुद सन्यासी बन कर पहाड़ों में रहने चला गया।  


इस कहानी का तात्पर्य ये है की कही ऐसे युवा होते है जो अपने माँ बाप की इच्छा को पूरा करना चाहते मगर उनके पास कोई आमदनी या कुछ ऐसी सुविधाएं नहीं होती जिसे पूरा कर पाए। इसलिए ज्यादा से ज्यादा आप काम करे और अपने घर वालों की इच्छा पूरी करें।


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