मेरी यात्रा 12
मेरी यात्रा 12
वहां से हम सालासर की ओर रवाना हुए। पांच बजे तक हम सालासर पहुंच गए। वहां हमने धर्मशाला ली और अपना सारा समान वहां रखा।
फिर हम हनुमान जी के दर्शन करने चले गए। पहले हम बालाजी के दर्शन किए। मंदिर में काफी भीड़ थी।
मंदिर बहुत शानदार था । सोने चांदी की दिवारै बहुत ही खूबसूरत थी।
बााालाााजी का प्रसाद चुरमा और पेडे बहुत ही लाजवाब थे।
वहां सेेे हम मां अंजनी के मंदिर गए।मां अंजनी का मंदिर काफी दूर था। वहां हमने मनोोाकामना पूरी के धागा बांधा और नारियल चढ़ाया।
फिर हमने वहां मेेेले में घूमे वहां से मेेंने एक कड़ा लिया। वहां से मैंने हनुमान चालीसा और कुछ भजन कीर्तन कि किताबें ली।