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Shailaja Bhattad

Children Stories Inspirational Children

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Shailaja Bhattad

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किसका कसूर

किसका कसूर

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"आखिरकार आज अस्पताल ने उम्रदराज का ठप्पा लगा ही दिया।" "अरे मांजी आप कौन-से युग में जी रही हैं? यह कलयुग है। यहाँ ऑर्थ्राइटिस उम्रदराज होने का इंतजार नहीं करता। "फिर किसका इंतजार करता है?" "खान-पान सही नहीं होने के कारण अठारह साल के टीनएजर में भी देखने को मिल रहा है। आपकी उम्र तो फिर भी सत्तर साल है।" "लेकिन मैं तो अभी-भी अच्छा ही भोजन करती हूँ।" "सिर्फ अच्छा खाना ही काफी नहीं है न; उसके साथ आपको मांसपेशियाँ भी मजबूत करनी होगी।" "उसके लिए क्या खाना होता है?" "खाना नहीं माँजी एक्सरसाइज करनी होती है; जिसे स्ट्रैंथनिंग व स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कहते हैं जो आपके मसल्स को मजबूत रखती है। इससे हड्डियाँ भी फिर तकलीफ दायक नहीं बनती। चिंता मत कीजिए, यह सब हम आपको सिखाएँगे; फिर आप अपने आप भी कर सकती हैं। एक महीने बाद आप खुद कहेंगी अभी तो मैं जवान हूँ।" "लेकिन मेरा एक सवाल है। आप आज की पीढ़ी को तंदुरुस्त रखने के लिए कुछ करते क्यों नहीं?" "हम कैसे उन्हें चिप्स, कोल्ड ड्रिंक्स खाने से रोक सकते हैं? हम तो सिर्फ कह सकते हैं करना तो उन्हें ही है न।" "हाँ, आपकी बात सही है, लेकिन यह सब तो हमारी और आपकी पीढ़ी ही उन्हें परोस रही है न! वह खुद तो नहीं बना रहे फिर उनके सिर दोष मढ़कर हम आप अपने हाथ इतनी आसानी से कैसे धो सकते हैं? क्यों न आप-हम उत्पादन रोकने पर जोर दें, क्योंकि हमारे पूर्वजों ने तो यह सब हमें नहीं दिया था न? इसलिए हम लंबी उम्र तक स्वस्थ है फिर आपको नहीं लगता कि हम भी उन्हें वही परोसे जो हमें परोसा गया।"


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